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कोशिका की खोज किसने की -Koshika ki khoj kisne ki

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यहाँ हम koshika ki khoj kisne ki, कोशिका की खोज कहाँ हुई?, cell ki khoj kisne ki in englisha और कोशिका से जुड़े सभी सवालों के जवाब बताएँगे. इसलिए आपको इस आर्टिकल में मौजूदा जानकारी को जरुर पढना चहिये.

लेकिन सबसे पहले आपको आपको बताएँगे कि कोशिका क्या हैं, कोशिका होता क्या है. जिसे इंग्लिश में Cell के नाम से भी जाना जाता हैं. अक्सर ऐसे सवाल कक्षा 8, 9, 10, 11, 12 के छात्रों अपने पढाई के लिए खोजते रहते है. यह आपके नोट्स बनाने में मदद करेगे.

कोशिका क्या हैं – Koshika Kya Hai?

Koshika Ki Paribhasha : कोशिका जीवित जीवों के शरीर की संरचनात्मक और कार्यात्मक इकाई है और अक्सर स्वयं को पुन: उत्पन्न करने की क्षमता रखती है. यह विभिन्न पदार्थों का सबसे छोटा संगठित रूप है जिसमें वे सभी गतिविधियाँ होती हैं जिन्हें सामूहिक रूप से हम जीवन कहते हैं.

‘कोशिका’ का अंग्रेजी शब्द ‘Cell’ होता है और लैटिन शब्द ‘शेलुला’ से लिया गया है जिसका अर्थ है ‘एक छोटा कमरा’. बैक्टीरिया जैसे कुछ जीवों का शरीर एक कोशिका से बना होता है, उन्हें एककोशिकीय जीव कहा जाता है जबकि मानव शरीर जैसे कुछ जीव कई कोशिकाओं से बने होते हैं, उन्हें बहुकोशिकीय जीव कहा जाता है.

कोशिका की खोज रॉबर्ट हुक ने 1665 ई. में की थी. 1839 में, श्लीडेन और श्वान ने कोशिका सिद्धांत प्रस्तुत किया था. जिनके अनुसार सभी जीवित प्राणियों का शरीर एक या एक से अधिक कोशिकाओं से बना होता है और सभी कोशिकाएँ पहले से मौजूद कोशिका से बनती या उत्पन्न होती हैं.

जीवों की सभी जैविक गतिविधियाँ कोशिकाओं के भीतर होती हैं. कोशिकाओं में आवश्यक आनुवंशिक जानकारी होती है जो कोशिका कार्यों को नियंत्रित करती है और सूचना को अगली पीढ़ी की कोशिकाओं में स्थानांतरित करती है.

कोशिकाओं के व्यवस्थित अध्ययन को कोशिका विज्ञान या ‘कोशिका जीव विज्ञान’ कहा जाता है.

कोशिका की खोज किसने की? – Koshika Ki Khoj Kisne Ki

कोशिका की खोज अंग्रेज वैज्ञानिक रॉबर्ट हुक ने 1665 में की. रॉबर्ट हुक ने स्व-निर्मित सूक्ष्मदर्शी से बोतल के कॉर्क के महीन भाग का अध्ययन करते हुए मृत कॉर्क कोशिकाओं से बनी कोशिकाओं का अवलोकन किया और उन्हें कोशिका नाम दिया.

koshika ki khoj kisne ki
कोशिका की खोज किसने की? Koshika ki khoj kisne ki

रॉबर्ट हुक (Robert Hooke) के बारे में 

वैज्ञानिक का नामरॉबर्ट हुक (Robert Hooke)
जन्म18 जुलाई 1635 , इंग्लैंड
मृत्यु3 मार्च 1703 , लंदन, इंग्लैंड 
राष्ट्रीयताइंग्लैंड
क्षेत्रभौतिकी और जीव विज्ञान
संस्थानऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
शैक्षणिक सलाहकाररॉबर्ट बॉयल (Robert Boyle)
प्रभावितरिचर्ड बुस्बी (Richard Busby)
प्रसिद्धिकोशिका की खोज (Cell Discovery)हूक का नियमसूक्ष्मदार्शिकी

कोशिका की खोज कब हुई?

1665 में, रॉबर्ट हुक द्वारा कोशिका की खोज की गई थी, जिन्होंने पहली बार इसे अपने द्वारा बनाए गए एक मिश्रित माइक्रोस्कोप में देखा था.

जीवित कोशिका की खोज किसने किया?

Jeevit Koshika Ki Khoj Kisne Ki – हॉलैंड के निवासी एंटन वैन लीउवेनहोएक (Anton van Leeuwenhoek) को जीवित कोशिका को पहली बार देखने का श्रेय दिया जाता है. उन्होंने माइक्रोस्कोप के तहत बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ और शुक्राणु जैसी जीवित कोशिकाओं को देखा और उन्हें “एनिमलक्यूल” नाम दिया. इसलिए 1674 एंटोनी वॉन ल्यूवेन्हॉक ने जीवित कोशा का सर्वप्रथम खोजकर्ता कहा गया.

जंतु कोशिका की खोज किसने की? Jantu Koshiska ki khoj kisne ki

एंटोनी वॉन लीउवेनहोएक ने सबसे पहले बैक्टीरिया की खोज की थी. उन्होंने अपने माइक्रोस्कोप का इस्तेमाल कर पहली बार मानव कोशिका की भी खोज किया था.

कोशिका कितने प्रकार की होती है?

कोशिका के मुख्यत: दो प्रकार की होती है – प्रोकैरियोटिक कोशिका और यूकैरियोटिक कोशिका.

प्रोकैरियोटिक कोशिका (prokaryotic cells) –

प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में झिल्लीदार संगठित केन्द्रक और झिल्ली-बद्ध कोशिका द्रव्य नहीं पाए जाते हैं. उदाहरण- नील हरित शैवाल, जीवाणु आदि.

  • वे एकल कोशिका वाले सूक्ष्म जीवों में पाए जाते हैं.
  • इनका व्यास 0.1 से 0.5 माइक्रोमीटर के बीच में ही होता है.
  • वे बाइनरी विखंडन द्वारा बनते हैं. जीव विज्ञान में, एक कोशिका का दो भागों में विभाजन और नई कोशिकाओं के निर्माण को द्विविभाजन कहा जाता है.

यूकैरियोटिक कोशिका (eukaryotic cell)

यूकैरियोटिक कोशिकाओं में सुव्यवस्थित केन्द्रक और द्विपरत कोशिकांग होते हैं. उन्हें यूकेरियोटिक कोशिका कहा जाता है. उदाहरण- मनुष्य, पौधे आदि.

  • यह बहुकोशिकीय सूक्ष्मजीवों में पाया जाता है
  • इनका व्यास 10 से 100 माइक्रोमीटर के बीच होता है
  • वे यौन (लैंगिक) और अलैंगिक प्रजनन द्वारा उत्पादित किए जा सकते हैं.

निष्कर्ष

हमे आशा है की आपको यह जानकारी “कोशिका की खोज किसने की” समझ आया होगा. जैसे मैंने बताया है कि Koshika Ki Khoj सर्वप्रथम रॉबर्ट हुक ने 1665 में किया था. उन्होंने कॉर्क की मृत कोशिका की खोज की और बाद में एंटोनी वॉन लेवेनहुक ने पशु कोशिका और जीवित कोशिका की खोज की.

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कोशिका की खोज किसने की -Koshika ki khoj kisne ki

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